श्रम विभाजन और जाति प्रथा/bseb class 10 hindi
Q. जाति भारतीय समाज मे श्रम विभाजन का स्वाभाविक रूप क्यों नही कही जा सकती?
Ans- जाति भारतीय समाज मे श्रमविभाजन का स्वाभाविक रूप नही ले सकती क्योंकि जातिगत श्रमविभाजन श्रमिकों की रुचि व कार्यकुशलता के आधार पर नही होता बल्कि माता के गर्भ में ही श्रम विभाजन कर दिया जाता है। अंतत: यह व्यवस्था विवशता, अकुशलता और अरूचिपूर्ण होने के कारण गरीबी और अकर्मण्यता को बढ़ावा देती है।
Comments
Post a Comment
plz comment....